B.A. Second Semester Examination SANSKRIT 1st paper

तदा मूर्खोऽस्मीति यर नदी मे

2. अधोलिखित किन्हीं दो सूत्रों की सोदाहरण व्याख्या कीजिए।

5. रस की परिभाषा करते हुए इसके पोषक तत्वों का सोदाहरण 10 वर्णन कीजिए।

5

(ख) धूमज्योतिः सलिलमरुता सन्निपातका घ

(क) कर्तुरीप्सिततमं कर्म ।

अथवा

अथवा

(ख) तथायुक्त चानीप्सितम् ।

"विभावानुभावव्यभिचारि

सूर्यापाये खलुकमल पुष्यति स्वामनिया

(ग) साधकतम करणम् ।

भरतमुनि संयोगाद्रसनिष्पत्तिः" की व्याख्या करते हुए वीर रस आलम्बन विभाव की सोदाहरण व्याख्या कीजिये।

(घ) धारेत्तमर्णः।

रससूत्र

अथवा

3. अधोलिखित सूत्रों में रेखाङ्कित किन्हीं दो पदों की विभक्ति का उल्लेख सूत्रों का निर्देश करते हुए कीजिए:

7. निम्नांकित गद्यांश का अनुवाद कीजिये

कस्यायं कुतोऽयमिति मनसि विचिन्दन चुत्कारैरश्यं, सान्त्वयन्त, हरिणाच पुरता शूद्रक्युव॒कमप्ययालोकयत्। ते च विवर्णवदनमामुपति धूसरितचरणयुगल, मन्थरितशरीरं स्वेदाक्तिन्न बाली दूत समायातोऽस्ति तदनृत्य एवायमिति निश्पिाय शनैरप्राक्षीत् स्वकार्य सलग्नोऽन्यमनस्क एवं समायातः कोऽयुत् कश्चन कस्यायमश्वः इति ।

(क) गां दोग्धि पयः ।

21/2

अधोलिखित किन्हीं दो रसों की सोदाहरण व्याख्या कीजिये :

21/2

(ख) हरिः वैशष्ठम अधिशेते।

(क) करुण

21/2

(ग) प्रकृत्या चारः ।

(ख) बीभत्स ।

21/2

अथवा

(घ) विप्राय गां ददाति ।

(ग) भयानक।

4. "कर्मणा यमभिप्रति स सम्प्रदानम्" इस सूत्र में प्रयुक्त सम्प्रदान पद की सोदाहरण व्याख्या कीजिये ।

(घ) शृङ्गार।

5

यत्र चतुरगोपशोभिता समा इव ग्रामालयन सर्वत्र नगा इव नगरप्रदेशाः सदाचारमा पुराण सदानभोगाः प्रभञ्जना इव जनाः विटपियिका इ वाटिका, कुपितकपिकुलाकुलिता लड़केश्वरइवभा · कुम्भकर्णधनस्वापा इव कूपाः सतीव्रतापदोषाः सूर्यद्युतय कुलस्त्रियः ।

अथवा

6. अधोलिखित किन्हीं दो छन्दों को लक्षण सोदाहरण स्पष्ट

कीजिए।

10

"षष्ठी शेषे" सूत्र की सोदाहरण व्याख्या कीजिये।

(क) अनुष्टुप् ।

(ख) वंशस्थ ।

(3)

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A-28

A-28

(2)

A-30

(4)

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